समय पर कैसे विजय पाए ?

Space, Time, and Reality | SAGES & SCIENTISTS: Menas Kafatos - Part 2 ...



अनुकूल फल प्रतीक्षा और धैर्य से मिलता है एक बार की बात है महात्मा बुद्ध घूमने के लिए बाहर निकले कुछ देर के बाद में उन्हें बहुत जोर की प्यास लगी उन्होंने अपने नजदीकी शिष्य आनंद को बुलाया और कहा  दाएं 

हाथ पर एक झरना बह रहा है वहां से थोड़ा जल ले आओ महात्मा बुद्ध की आज्ञा मानकर आनंद एक पात्र लेकर झरने के पास पहुंचे उन्होंने वहां देखा कुछ समय पहले ही वहां से कुछ बैलगाड़ियां निकलने के कारण जल 

खराब हो गया है और आनंद वापस लौट आए और उन्होंने बुद्ध से कहा कि किसी और स्थान से जल ले लेंगे यहां पर पीने योग्य पानी नहीं है महात्मा बुद्ध ने आनंद को फिर से उसी करने से पानी लाने को कहा आनंद एक  
बार फिर से वहां पहुंचे उस समय भी उन बैलगाड़ियों के प्रभाव के कारण जल दूषित था  और कुछ देर के बाद में बिना जल लिए वापस लौट आए तब महात्मा बुद्ध ने फिर से आनंद को वही जल लेने के लिए भेजा क्योंकि 

आनंद गुरु की आज्ञा टाल नहीं सकते थे इसलिए एक बार फिर  वहां जल लेने पहुंचे वहां पहुंचकर वह दंग रह गए उन्होंने देखा जहां पहले सड़े-गले पत्ते पानी के ऊपर बह  रहे थे अब नीचे बैठ चुके और आनंद ने  स्वच्छ 

जल देख कर तत्काल ही पात्र में जल भर लिया और वापस लौट आए आनंद द्वारा लाए हुए जल  को महात्मा बुद्ध ने ग्रहण किया और मुस्कुराते हुए आनंद से बोले यह हमारे जीवन की तरह 

ही है वास्तव में मनुष्य जीवन रूपी जल को कुविचार के बैल अक्सर दूध दूषित कर देते हैं ऐसे में हमें बड़ी शांति से काम लेना चाहिए यदि हम धैर्य 

रख कर थोड़ी प्रतीक्षा कर लें तो सब कुछ ठीक हो जाता है  जैसे गन्दा जल थोड़ी देर बाद स्वच्छ  हो गया था,इस बात का सार यह है हमसे कहीं ना कहीं जीवन में गलती 

होती रहती हैं और अगर हम थोड़ा धैर्य रखें और शांति से काम लें तो हमें अनुकूल फल प्राप्त होता है समय को ध्यान में रखते हुए हमें अपने जीवन के  निर्णय बड़े ही ध्यानपूर्वक लेने चाहिए वास्तव में आगे आने वाले 

समय के बारे में हमें कुछ भी पता नहीं होता लेकिन जब हम धेर्य  के साथ किसी परिस्थिति का आकलन करते हैं तब हमारे ध्यान में कई मार्ग सूझने लगते हैं जिसके कारण सही निर्णय लेने में आसानी होती है हमें अपने 

जीवन में पहले ही सोच समझकर आने वाली परिस्थितियों का ज्ञान होना चाहिए परंतु हमारे पास कोई ऐसा रास्ता  नहीं है जिसके कारण हम आगे की सोच सकें इसके लिए हमें कुछ साधनाओं का सहारा 

लेना पड़ेगा जिससे हमें पहले ही ज्ञात हो जाएगा कि हमारे जीवन में कौन-कौन सी घटनाएं आने वाली हैं और हम उन घटनाओं का क्या उपाय करें 

और इस प्रकार से हम आगे आने वाले समय पर कंट्रोल प्राप्त कर लेते और इसके कारण आने वाली कई बाधाओं को दूर करने में सक्षम होते हैं ज्योतिष शास्त्र में आगे आने वाली घटनाओं का निरूपण करने में समर्थ  
है इसलिए हमें अपने जीवन के बारे में निर्णय लेते समय किसी अच्छे योग्य विद्वान ज्योतिषाचार्य से संपर्क करना चाहिए जो हमें आगे आने वाली घटनाओं के बारे में जानकारी दे सकते या फिर स्वयं उच्च कोटि के साधु  
संत सन्यासियों द्वारा बताई हुई साधनाओं को स्वयं करना चाहिए जिससे कि हम आगे आने वाली घटनाओं को ध्यान के माध्यम से देख सकें और उन पर पूर्ण विराम लगा सके  ऐसी बहुत सारी साधनाएं हैं जिसके 

माध्यम से हम अपने जीवन के बारे में पूर्ण रुप से जान सकते है क्योंकि हम आधुनिक जीवन में जी रहे हैं और उन साधनाओं के ज्ञान को हमने अपने जीवन में अपनाया नहीं है इसी के कारण हमें अपने जीवन में 

दयनीय स्थिति भोगनी पड़ती है अतः समय को जानना अत्यंत आवश्यक है ऐसी साधनाओ की जानकारी आगे के लेखो में दूंगा |